आर्यावर्त वाणी|जहानाबाद |07 सितंबर 2025,

जहानाबाद। शिक्षा के अधिकार की बातें तो खूब की जाती हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। हुलासगंज प्रखंड के सलेमपुर ग्राम स्थित प्राथमिक विद्यालय का भवन पूरी तरह जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है। विद्यालय की छत पर जगह-जगह गड्ढे उभर आए हैं, जिनसे टपकते पानी और गिरते प्लास्टर से हर समय बच्चों की जान पर खतरा मंडराता रहता है।
बारिश के दिनों में कक्षाओं की स्थिति और भी भयावह हो जाती है। छत से पानी टपकने के कारण बच्चे अक्सर भीगकर पढ़ाई करते हैं, वहीं दीवारों में दरारें और छत का झड़ता प्लास्टर किसी बड़े हादसे की आहट देता है। ग्रामीण बताते हैं कि बच्चे रोज़ भय के साये में स्कूल आते हैं, लेकिन मजबूरी है कि गांव में यही एकमात्र विद्यालय है।
अभिभावकों का कहना है कि “सरकार शिक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन हकीकत यह है कि हमारे बच्चों की पढ़ाई असुरक्षित भवन में हो रही है। न तो विभाग ध्यान दे रहा है और न ही मरम्मत की कोई व्यवस्था की गई है।”
गांव के बुजुर्गों ने बताया कि इस भवन का निर्माण कई दशक पहले हुआ था। धीरे-धीरे दीवारें कमजोर हो गईं और छत जर्जर होती चली गई। बावजूद इसके अब तक शिक्षा विभाग ने इसकी सुध लेना जरूरी नहीं समझा।
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग से मांग की है कि तत्काल भवन की मरम्मत या नए विद्यालय भवन का निर्माण कराया जाए। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो कभी भी कोई बड़ा हादसा घट सकता है, जिसकी जिम्मेदारी संबंधित अधिकारियों की होगी।

सरकारी उदासीनता का खामियाजा मासूम बच्चों को भुगतना पड़ रहा है, जो आज भी भगवान भरोसे पढ़ाई करने को विवश हैं।
Salempur school ke prabhari ko bolte bolte thak gaye par abhi tak koi karwai nahi hui aur na school ka repairing hua.
कार्यवाही की शुरुआत हो चुकी है
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