आर्यावर्त वाणी | गयाजी, 31 अगस्त 2025,

गयाजी जिले में आज राधा अष्टमी का पर्व श्रद्धा, भक्ति और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। प्रातःकाल से ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। नगर के प्रमुख कृष्ण मंदिरों, ठाकुरबाड़ी, इस्कॉन मंदिर सहित ग्रामीण अंचलों के मंदिरों में विशेष पूजन-अर्चन का आयोजन किया गया।
राधा रानी के जन्मोत्सव पर भक्तों ने कीर्तन-भजन गाए और मंदिर प्रांगण “राधे-राधे” के जयकारों से गूंज उठा। जगह-जगह प्रसाद वितरण और भंडारे का आयोजन किया गया। श्रद्धालु महिलाओं एवं पुरुषों ने व्रत रखकर मां राधा से घर-परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
बोधगया, शेरघाटी और वजीरगंज क्षेत्र के मंदिरों में भी धार्मिक कार्यक्रम हुए। गंगा-जमुनी संस्कृति वाले इस जिले में हिंदू-मुस्लिम दोनों समुदायों के लोग इस पर्व पर मिल-जुलकर एक-दूसरे को प्रसाद ग्रहण कर भाईचारे का संदेश देते देखे गए।
गयाजी के प्राचीन ठाकुरबाड़ी मंदिर में विशेष झांकी सजाई गई, जिसमें राधा-कृष्ण की बाल लीलाओं का सुंदर चित्रण किया गया। श्रद्धालु देर रात तक भजन संध्या में शामिल होकर भक्ति रस में डूबे रहेंगे।
राधा अष्टमी का पर्व हर वर्ष भाद्रपद शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन राधा रानी का जन्म हुआ था। गयाजी के भक्तों ने इस अवसर को आध्यात्मिक उत्सव के रूप में मनाकर अपनी गहरी आस्था का परिचय दिया।
