आर्यावर्त वाणी | पटना | 13 नवम्बर 2025,
पटना। आजकल जिस रफ्तार से डायबिटीज (मधुमेह) लोगों को अपनी चपेट में ले रही है, वह वाकई चिंता का विषय बन गया है। भारत में लगभग एक मिलियन लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं, वहीं हर तीसरा व्यक्ति डायबिटीज की कगार पर है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि समय रहते जीवनशैली में सुधार नहीं किया गया तो आने वाले वर्षों में यह बीमारी महामारी का रूप ले सकती है।
इसी कड़ी में आस्था फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे ‘वॉक फॉर लाइफ’ मुहिम के तहत सैकड़ों रेलवे पुलिस कर्मियों और कर्मचारियों के बीच एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रसिद्ध डायबिटोलॉजिस्ट डॉ. ए. एस. प्रकाश ने कहा कि “डायबिटीज का सबसे बड़ा कारण है हमारी बदली हुई जीवनशैली, जिसमें तनाव, अनुशासनहीन खानपान और शारीरिक मेहनत की कमी प्रमुख हैं।”
उन्होंने उपस्थित पुलिसकर्मियों से अपील की कि वे अपने तनाव को नियंत्रित रखें और नियमित व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। वहीं, प्रसिद्ध डाइटिशियन चेतन कुमार ने कहा कि डायबिटीज से बचाव के लिए संतुलित भोजन और समय पर खाना सबसे जरूरी है।
आस्था फाउंडेशन की चेयरमैन निक्की सिंह ने बताया कि फाउंडेशन का मुख्य उद्देश्य लोगों को डायबिटीज के प्रति जागरूक करना है, और इसी दिशा में यह कार्यक्रम लगातार आयोजित किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी एवं उनके परिवारजन शामिल हुए और उन्होंने विशेषज्ञ डॉक्टरों से डायबिटीज से जुड़े सवाल पूछे। अंत में विश्व डायबिटीज दिवस के अवसर पर एक जागरूकता रैली भी निकाली गई, जिसमें लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का संदेश दिया गया।