आर्यावर्त वाणी|नई दिल्ली|26 अगस्त 2025,
नई दिल्ली, 26 अगस्त। भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाने वाला गणेश चतुर्थी पर्व इस वर्ष बुधवार, 27 अगस्त 2025 को धूमधाम से मनाया जाएगा। श्रद्धालु घरों एवं सार्वजनिक पंडालों में विघ्नहर्ता गणपति बप्पा की स्थापना कर सुख-समृद्धि की कामना करेंगे।
हिंदू मान्यता के अनुसार गणेश चतुर्थी को भगवान गणेश का जन्मोत्सव माना जाता है। उन्हें बुद्धि, ज्ञान, समृद्धि और विघ्ननाशक देवता के रूप में पूजा जाता है। इस पर्व की शुरुआत लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने सार्वजनिक आयोजन के रूप में की थी, जिससे समाज और राष्ट्र को एकजुट करने का संदेश मिलता है।
पूजा का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार चतुर्थी तिथि का प्रारंभ 26 अगस्त को दोपहर 1 बजकर 54 मिनट से हो चुका है और यह 27 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 44 मिनट तक रहेगी। गणपति स्थापना और पूजा के लिए 27 अगस्त को सुबह 11 बजकर 05 मिनट से दोपहर 1 बजकर 40 मिनट तक का समय सर्वश्रेष्ठ माना गया है।
क्या करें इस दिन?
इस दिन श्रद्धालु भगवान गणेश की प्रतिमा को घर या पंडाल में पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके स्थापित करते हैं। पूजा में दूर्वा घास, मोदक, लड्डू, सिंदूर और फूल अर्पित किए जाते हैं। दस दिनों तक गणेश जी की आराधना करने के बाद अनंत चतुर्दशी को प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है।
विशेष संदेश
धार्मिक महत्व के साथ-साथ यह पर्व समाजिक एकता, सांस्कृतिक उत्सव और पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश देता है। इस अवसर पर श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे पर्यावरण हितैषी मूर्तियों और सजावट का उपयोग करें।