आर्यावर्त वाणी | गयाजी |15 सितंबर 2025,
मानपुर, आज पूरे देश में इंजीनियर दिवस मनाया जा रहा है। यह दिन भारत रत्न और देश के महान अभियंता मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती के उपलक्ष्य में हर वर्ष 15 सितंबर को मनाया जाता है।
विश्वेश्वरैया को आधुनिक भारत का शिल्पकार माना जाता है। उनके द्वारा बनाए गए भव्य बांध, सिंचाई योजनाएँ और औद्योगिक विकास कार्य आज भी देश के लिए आदर्श बने हुए हैं।
इसी क्रम में विद्युत प्रमंडल मानपुर के इंजीनियरों द्वारा विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता अजय कुमार, विद्युत कार्यपालक अभियंता ने की। इस मौके पर अभियंताओं ने राष्ट्र निर्माण में इंजीनियरों की भूमिका और उनकी जिम्मेदारियों पर विचार साझा किए।
कार्यक्रम के दौरान सहायक विद्युत अभियंता (राजस्व) अशोक कुमार ने कहा कि “मनुष्य के जीवन की इंजीनियरिंग का विशेष महत्व है। इसके बिना जीवन की कल्पना भी संभव नहीं।” वहीं सहायक विद्युत अभियंता (आपूर्ति) विनोद कुमार चौहान ने बताया कि “हमारे जीवन का जो भी तंत्र आज सुचारु रूप से चल रहा है, उसके पीछे इंजीनियरिंग की ही अहम भूमिका है।”
कार्यपालक अभियंता अजय कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा कि आज के समय में इंजीनियर केवल पुल और भवन ही नहीं, बल्कि डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया और स्टार्टअप इंडिया जैसे अभियानों के भी स्तंभ हैं। सिविल इंजीनियर शहरों की आधारशिला रखते हैं, वहीं आईटी इंजीनियर डिजिटल क्रांति को आगे बढ़ा रहे हैं।
इस अवसर पर उपस्थित विशेषज्ञों का कहना है कि नई पीढ़ी के इंजीनियरों को नवाचार, सतत विकास और सामाजिक सरोकार को ध्यान में रखते हुए काम करना होगा।
इंजीनियर दिवस हमें यह संदेश देता है कि डॉक्टर जहाँ जीवन बचाते हैं, वहीं अभियंता जीवन को जीने योग्य बनाते हैं।
