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आर्यावर्त वाणी | पटना ब्यूरो | 20 नवम्बर 2025,

पटना; बिहार की नई एनडीए सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिना भाषण दिए ही समर्थकों को ऊर्जा से भर दिया। गांधी मैदान में मंच पर पहुंचते ही उन्होंने भगवा गमछा लहराया, जिसके साथ ही पूरा मैदान मोदी-मोदी के नारों से गूंज उठा। यह क्षण जनसमर्थन और नेतृत्व के प्रति विश्वास का जीवंत प्रतीक रहा।

सांस्कृतिक-राजनीतिक संदेश

मोदी द्वारा झुककर अभिवादन स्वीकार करने और फिर गमछा लहराने का अंदाज भाजपा की वैचारिक प्रतिबद्धता और एकजुटता का संकेत माना जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह कदम बिहार के परिवर्तनशील राजनीतिक वातावरण में एक प्रभावशाली संदेश है, जो महागठबंधन पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने में अहम भूमिका निभा सकता है।

एनडीए समर्थकों की एकता का प्रदर्शन

चुनावी रैलियों और विजय समारोहों में भी मोदी इसी अंदाज को दिखा चुके हैं। गांधी मैदान में मौजूद हजारों समर्थकों द्वारा उसी प्रकार प्रतिक्रिया देना इस बात की पुष्टि करता है कि एनडीए का कोर वोटबैंक पहले से अधिक मजबूत रूप में एकसूत्र में बना हुआ है।

समारोह स्थल पर ‘भगवा थीम’ की विशेष झलक

गांधी मैदान में इस विशेष क्षण को मजबूत आधार देने में समारोह की थीम ने भी अपना योगदान दिया। मंच की सजावट से लेकर विधायकों की बैठक व्यवस्था तक, कई जगहों पर भगवा रंग प्रमुखता से नजर आया। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में कलाकारों का ड्रेस कोड भी इसी रंग पर आधारित रहा। भाजपा की राज्यसभा सदस्य धर्मशीला गुप्ता के साथ आई महिलाओं ने भी भगवा परिधान और चूड़ियों से वातावरण को पूरी तरह राजनीतिक रूप से सजग कर दिया।

सियासी विमर्श के केंद्र में मोदी का ‘गमछा’

विशेषज्ञों के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी का यह सांकेतिक प्रदर्शन आने वाले दिनों में इंटरनेट मीडिया और राजनीतिक बहस का मुख्य मुद्दा रहेगा। इसे केवल एक क्षणिक प्रतीक नहीं, बल्कि बिहार की राजनीति में नई दिशा देने वाले प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। एनडीए की वापसी के साथ मोदी का यह ‘भगवा संकेत’ भाजपा की सांस्कृतिक-राजनीतिक जड़ें और मजबूत करता प्रतीत होता है।

मोदी का एक साधारण-सा प्रतीकात्मक इशारा भगवा गमछा लहराना, बिहार की राजनीति में बड़ा संदेश बनकर उभरा है। यह दृश्य न केवल समर्थकों में उत्साह भरने वाला था, बल्कि एनडीए की सियासी रणनीति के नए अध्याय की शुरुआत का संकेत भी माना जा रहा है।

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