आर्यावर्त वाणी | पटना | 04 अक्टूबर 2025,
पटना, मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने शनिवार को बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों की व्यापक समीक्षा की। उनके साथ चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी भी मौजूद रहे।
दो दिवसीय दौरे के पहले दिन आयोग ने मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों आप, बसपा, भाजपा, माकपा, कांग्रेस, एनपीपी, माले (लिबरेशन), जद(यू), लोजपा (रामविलास), राजद और रालोजपा के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर सुझाव मांगे।
सीईसी श्री ज्ञानेश कुमार ने कहा कि राजनीतिक दल लोकतंत्र के महत्वपूर्ण हितधारक हैं और उन्हें चुनाव प्रक्रिया के हर चरण में सक्रिय भागीदारी करनी चाहिए। उन्होंने दलों से मतदान और मतगणना एजेंट नियुक्त करने की अपील की।
राजनीतिक दलों ने विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (SIR) अभियान की सफलता, मतदाता सूची शुद्धिकरण और पारदर्शी प्रक्रिया के लिए आयोग को धन्यवाद दिया और चुनावों में पूरा विश्वास जताया। दलों ने यह भी सुझाव दिया कि चुनाव छठ महापर्व के बाद और यथासंभव कम चरणों में कराए जाएं।

साथ ही दलों ने आयोग की हालिया पहलों की सराहना की, जिनमें
▫️प्रति बूथ अधिकतम 1200 मतदाता निर्धारित करना,
▫️डाक मतपत्रों की गिनती ईवीएम गिनती के अंतिम से पहले चरण तक पूरी करना,
▫️फॉर्म 17C की प्रति एजेंटों को मतदान केंद्र छोड़ने से पहले उपलब्ध कराना – शामिल है।
बैठक के बाद आयोग ने डीईओ, एसपी, आयुक्त, आईजी, डीआईजी सहित अधिकारियों से सुरक्षा, ईवीएम प्रबंधन, लॉजिस्टिक्स, मतदान केंद्रों का पुनर्गठन, कर्मियों का प्रशिक्षण, जब्ती अभियान, कानून-व्यवस्था और मतदाता जागरूकता पर विस्तृत समीक्षा की।

चुनाव आयोग ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे पूर्ण निष्पक्षता बरतें और राजनीतिक दलों की शिकायतों का त्वरित समाधान सुनिश्चित करें। साथ ही सभी डीईओ और एसपी को सोशल मीडिया पर फेक न्यूज़ की निगरानी और आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने के आदेश दिए गए।