आर्यावर्त वाणी | गयाजी | 08 दिसंबर 2025,
गयाजी। शहीद रोड स्थित श्रीनाथजी हवेली एवं अष्ट सखी मंदिर में जारी आठ दिवसीय धार्मिक महोत्सव के पाँचवें दिन सोमवार को श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ उमड़ी। भगवान श्रीनाथजी एवं अष्ट सखी स्थापना की प्रथम वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के अंतर्गत आज का दिन पूरी तरह भक्ति-रस से सराबोर रहा।
विशाखा सखी की भक्ति, निष्ठा और समर्पण का झाला वर्णन
पाँचवें दिन की कथा का केंद्र विशाखा सखी जी की भक्ति, सेवा-भाव और दिव्य महिमा रहीं। कथा वाचक ने बताया कि विशाखा सखी भगवान श्रीनाथजी की अत्यंत प्रिय और निकटतम सखियों में मानी जाती हैं। उनकी करुणा, निष्ठा, संगठन क्षमता और समर्पण की भावना भक्तों के लिए सदैव प्रेरणा का स्रोत रही है।
भक्ति-लीलाओं ने भक्तों को किया मंत्रमुग्ध
कथा के दौरान विशाखा सखी जी की भक्ति पर आधारित अनेक प्रसंगों का विस्तार से वर्णन किया गया, जिनमें उनकी शक्ति, भक्त-समुदाय को जोड़ने की क्षमता और भक्ति-पथ पर आगे बढ़ाने की दिव्यता को रेखांकित किया गया। इन लीलाओं ने श्रद्धालुओं को गहराई तक प्रभावित किया।
मंदिर परिसर में गूंजते रहे भजन-कीर्तन
कथा के साथ-साथ मंदिर परिसर भजन-कीर्तन से गूंजता रहा। वातावरण पूरे दिन आध्यात्मिक ऊर्जा से भरा रहा, जिससे श्रद्धालुओं के मन में अलौकिक शांति और भक्ति का भाव उत्पन्न हुआ।
मंदिर संचालक ने बताया अष्ट सखियों का महत्व
मंदिर निर्माता एवं संचालक अमित प्रकाश भूप ने कहा कि अष्ट सखियों की लीलाएँ समाज में समर्पण, सेवा-भाव और संस्कारों को बढ़ावा देती हैं। उन्होंने कहा कि पाँचवें दिन की कथा ने श्रद्धालुओं के मन में भक्ति, अनुशासन और सद्भावना का नया बीज बोया है।
महोत्सव में बढ़ रही श्रद्धालुओं की संख्या
पूरे आयोजन स्थल पर सोमवार को श्रद्धालुओं की उपस्थिति पहले की तुलना में अधिक रही। श्रीनाथजी महोत्सव 11 दिसंबर तक जारी रहेगा, जिसमें प्रतिदिन एक सखी की महिमा का विशेष वर्णन किया जा रहा है।