आर्यावर्त वाणी | गयाजी | 10 दिसंबर 2025,
गयाजी। श्रीनाथजी हवेली एवं अष्ट सखी मंदिर में जारी आठ दिवसीय दिव्य महोत्सव का सातवां दिन पूरी तरह सखी श्रीरंगदेवी जी की भक्ति-महिमा के नाम रहा। पूरे दिन मंदिर परिसर आध्यात्मिक ऊर्जा, भक्ति, संगीत और भावनाओं से ओत-प्रोत बना रहा।
सखी श्रीरंगदेवी जी की दिव्य कथा, उनके स्वरूप, विनम्रता और श्रीकृष्ण के प्रति उनकी निष्ठापूर्ण सेवा-भाव का वर्णन सुनते ही पूरा पंडाल भाव-विभोर हो उठा। कथा व्यास ने बताया कि अष्ट सखियों में श्रीरंगदेवी जी वह सखी हैं, जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन ठाकुरजी की सेवा और प्रेम में अर्पित कर दिया।
कथा के दौरान श्रद्धालु ‘जय श्रीरंगदेवी जी’ के जयघोष में लीन हो गए। भजन-कीर्तन के समय महिलाओं, पुरुषों और वृद्धों ने भावपूर्ण नृत्य-भंगिमा में और आँसू भरी आँखों के साथ भगवान का स्मरण किया। भक्ति का वातावरण इतना गहन था कि हर कोई आध्यात्मिक आनंद में डूब गया।
आज की सबसे विशेष आकर्षण रही सखी श्रीरंगदेवी जी की भव्य झांकी, जिसे सुगंधित पुष्पों, पारंपरिक परिधानों और दिव्य अलंकरण से सजाया गया था। झांकी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी रहीं और सभी ने इसे दिव्य सौंदर्य का अद्भुत अनुभव बताया।
मंदिर परिसर में पूरे दिन भक्ति-रस, संगीत और उल्लास से गूंजता रहा। आयोजकों ने बताया कि महोत्सव अब अंतिम चरण में है और आठवें दिन विशेष आरती एवं महाप्रसाद का भव्य आयोजन किया जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है।