आर्यावर्त वाणी |गयाजी |04 सितंबर 2025

पितृपक्ष मेला 2025 को लेकर गयाजी में प्रशासनिक तैयारियां तेज कर दी गई हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरे मेला क्षेत्र को 43 जोन में विभक्त किया गया है। हर जोन में वरीय पदाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, तकनीकी अधिकारी और अन्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
आज प्रेक्षागृह सभागार में जिला पदाधिकारी शशांक शुभंकर और वरीय पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार की संयुक्त अध्यक्षता में सभी जोनल अधिकारियों के साथ बैठक हुई। बैठक में मेला की संपूर्ण व्यवस्था पर ब्रीफिंग दी गई।
डीएम ने कहा कि पितृपक्ष मेला आस्था और श्रद्धा का सबसे बड़ा आयोजन है, जहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पिंडदान और तर्पण करने आते हैं। ऐसे में व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने निर्देश दिया कि सुबह 4 बजे से दोपहर 12 बजे तक घाटों और मंदिर क्षेत्र में विशेष सतर्कता रखी जाए।

अधिकारियों को बिजली, पेयजल, साफ-सफाई, यातायात, सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी का जिम्मा सौंपा गया है। साथ ही सभी अधिकारियों को प्रतिदिन अपने क्षेत्र का निरीक्षण कर फोटो रिपोर्ट व्हाट्सऐप ग्रुप पर साझा करने का निर्देश दिया गया है।
ब्रीफिंग में यह भी तय हुआ कि घाटों पर पिंड सामग्रियों का समय पर निस्तारण होगा, खुले में शौच पर रोक लगाई जाएगी, भिखारियों और फुटपाथी दुकानदारों को श्रद्धालुओं को परेशान करने से रोका जाएगा और डस्टबिन का नियमित खालीकरण सुनिश्चित किया जाएगा। ट्रैफिक और बस पड़ाव की व्यवस्था, आवासन स्थलों की स्वच्छता और स्वास्थ्य सुविधाओं की भी लगातार निगरानी होगी।
बैठक में उप विकास आयुक्त, नगर पुलिस अधीक्षक, अपर समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी सहित जिले के वरीय अधिकारी मौजूद थे।
