आर्यावर्त वाणी | गयाजी |18 सितंबर 2025,
पितृपक्ष मेला 2025 के अवसर पर इस्कॉन मंदिर, गयाजी द्वारा आयोजित “राधारानी रसोई” सेवा के अंतर्गत यात्रियों को प्रतिदिन प्रसाद वितरण किया जा रहा है। इस पहल में भाग लेते हुए शहर के जाने माने डॉक्टर डॉ. ए. एन. राय ने कहा कि पितृपक्ष में प्रसाद वितरण एक पुनीत कार्य है।
डॉ. राय ने कहा कि देशभर के गाँव-गाँव से यात्री गयाजी पिंडदान के लिए आते हैं। भीड़ अधिक होने के कारण यात्रियों को ठहरने और भोजन जैसी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इस्कॉन मंदिर द्वारा चलाई जा रही सेवा अत्यंत सराहनीय है।
उन्होंने इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष जगदीश श्याम दास जी की प्रशंसा करते हुए कहा कि जहाँ कई मंदिरों की धनराशि का सही उपयोग नहीं हो पाता, वहीं इस्कॉन मंदिर समाज कल्याण में उसे लगा रहा है। उन्होंने कहा कि पैसा केवल बैंक में रखने से कोई बड़ा काम नहीं होता, बल्कि सेवा भाव से ही उसका सही उपयोग संभव है। डॉ. राय ने गयाजी के लोगों से अपील की कि वे इस सेवा से जुड़ें और इसे और अधिक व्यापक बनाएं।
मंदिर के अध्यक्ष जगदीश श्याम दास जी ने जानकारी देते हुए कहा कि “राधारानी रसोई” के तहत गुरुवार से शुरू हुई यह सेवा लगातार 11 दिनों तक जारी रहेगी। रेलवे स्टेशन परिसर में प्रतिदिन लगभग 2000 यात्रियों को दिन में दो बार चावल-राजमा, पूरी और हलवा प्रसाद के रूप में वितरित किया जा रहा है। यह सेवा सर्वपितृ अमावस्या (21 सितंबर) तक चलेगी।
गयाजी के पितृपक्ष मेले में इस्कॉन मंदिर की पहल यात्रियों के लिए न केवल भोजन की व्यवस्था कर रही है, बल्कि समाज में सेवा और सहयोग का एक प्रेरणादायक उदाहरण भी प्रस्तुत कर रही है।