आर्यावर्त वाणी |पटना/मोकामा | 2 नवंबर 2025,
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान से ठीक पहले शनिवार (1 नवंबर) की आधी रात पटना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मोकामा के पूर्व विधायक और जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उन्हें दुलारचंद यादव हत्याकांड मामले में हिरासत में लिया है।
इस गिरफ्तारी ने चुनावी माहौल में हलचल मचा दी है, क्योंकि अनंत सिंह इस बार मोकामा सीट से जेडीयू के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं। वहीं रविवार को तेजस्वी यादव भी आरजेडी प्रत्याशी वीणा देवी (पूर्व सांसद सूरजभान सिंह की पत्नी) के समर्थन में मोकामा पहुंचने वाले हैं।
🔹 गिरफ्तारी के बाद अनंत सिंह की प्रतिक्रिया
गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद अनंत सिंह के आधिकारिक फेसबुक पेज से एक वीडियो पोस्ट किया गया, जिसमें पुलिस उन्हें हिरासत में ले जा रही है। वीडियो पर लिखा गया –
“सत्यमेव जयते!! मुझे मोकामा की जनता पर पूर्ण भरोसा है!! अब चुनाव मोकामा की जनता लड़ेगी!”
उनका यह बयान स्पष्ट करता है कि वे इसे राजनीतिक साजिश बता रहे हैं और समर्थकों से भावनात्मक अपील करने की कोशिश कर रहे हैं।
🔹 प्रशासन सतर्क, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
पटना के जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने बताया कि वर्तमान में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। उन्होंने कहा –
“किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। जो भी व्यक्ति चुनाव प्रक्रिया में बाधा डालने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
🔹 मोकामा: बाहुबलियों का गढ़
मोकामा विधानसभा सीट बिहार की उन चुनिंदा सीटों में गिनी जाती है जहां बाहुबल और राजनीति का गहरा संबंध रहा है। यहां वर्षों से अनंत सिंह, उनके भाई दिलीप सिंह, और पूर्व सांसद सूरजभान सिंह जैसे प्रभावशाली चेहरों का दबदबा रहा है।
इस बार की लड़ाई अनंत सिंह (जेडीयू) बनाम वीणा देवी (आरजेडी) के बीच है। दोनों ही भूमिहार समाज से आते हैं, जिससे यह मुकाबला सामाजिक समीकरणों की दृष्टि से भी बेहद रोचक बन गया है।
🔹 6 नवंबर को मतदान, बदली सियासी तस्वीर
पहले चरण के तहत 6 नवंबर को मोकामा में मतदान होना है। दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर और मतगणना 14 नवंबर को होगी। अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद अब सवाल यह है कि उनकी गैरमौजूदगी में जेडीयू की स्थिति क्या रहेगी और क्या मोकामा की जनता उनके समर्थन में वोट डालेगी या समीकरण पूरी तरह बदल जाएगा।