आर्यावर्त वाणी | गयाजी | 07 दिसंबर 2025,
गयाजी। किलकारी बिहार बाल भवन, गया द्वारा आयोजित दो दिवसीय जिला स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता 2025 का शानदार समापन आज उत्साह, जोश और खेल-भावना के साथ हुआ। प्रतियोगिता के दूसरे दिन अंडर–12 और अंडर–16 बालक वर्ग की भिड़ंत ने मैदान में मौजूद दर्शकों को रोमांचित कर दिया। वहीं अंडर–16 बालिका वर्ग के परिणाम घोषित होते ही पूरा परिसर तालियों से गूंज उठा।
20 स्कूलों के 300 खिलाड़ियों ने लिया हिस्सा
जिले के लगभग 20 सरकारी एवं निजी स्कूलों से करीब 300 खिलाड़ियों ने भाग लिया। बच्चों की फुर्ती, साहस, रेड–डिफेंस और टीमवर्क का शानदार प्रदर्शन देखने को मिला। मैदान में गूंजती “कबड्डी–कबड्डी…” की आवाज़ और दर्शकों की उत्सुकता ने माहौल को किसी खेल उत्सव जैसा बना दिया।
अंडर–16 बालिका वर्ग के परिणाम
🔹प्रथम स्थान: आरडी पब्लिक स्कूल
🔹द्वितीय स्थान: ज्ञान भारती पब्लिक स्कूल
🔹तृतीय स्थान: संस्कार वैली स्कूल एवं PCS स्कूल
अंडर–12 बालक वर्ग के परिणाम
🔹प्रथम स्थान: ज्ञान भारती पब्लिक स्कूल
🔹द्वितीय स्थान: लोहिया नगर हाई स्कूल
🔹तृतीय स्थान: किलकारी बिहार बाल भवन एवं उर्दू मध्य विद्यालय पंचानपुर
अंडर–16 बालक वर्ग
अंडर–16 बालक वर्ग में खिलाड़ियों के तकनीकी कौशल, फुर्ती और रणनीति ने साबित किया कि जिले में कबड्डी की नई प्रतिभाएं तेजी से उभर रही हैं।
विशेष सम्मान समारोह
प्रतियोगिता संचालन में योगदान देने वाले सभी ऑफिशियल्स, निर्णायकों, तकनीकी सहायकों को किलकारी बिहार बाल भवन की ओर से मोमेंटो और सम्मान–पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। साथ ही सभी विद्यालयों के प्राचार्य, कोच, खेल शिक्षक, टीम मैनेजर एवं डेलिगेट्स को भी विशेष सम्मान दिया गया।
अतिथियों ने बढ़ाया बच्चों का उत्साह
प्रमंडल कार्यक्रम समन्वयक राजीव रंजन श्रीवास्तव ने कहा—
“कबड्डी केवल खेल नहीं, अनुशासन और साहस का संगम है। बच्चों में खेल के प्रति जो जुनून दिखा, वह भविष्य की बड़ी उपलब्धियों का संकेत है।”
सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी आकाश कुमार ने कहा—
“किलकारी का लक्ष्य है कि हर बच्चे को ऐसा मंच मिले जहाँ वह निखर सके और आगे बढ़ सके।”
टेक्निकल चेयरमैन आनंद कुमार ने कहा—
“कबड्डी हमारी मिट्टी से जुड़ा खेल है। ऐसे आयोजन बच्चों में नेतृत्व और आत्मविश्वास विकसित करते हैं।”
खिलाड़ियों को मिला सम्मान, प्रतियोगिता का हुआ भव्य समापन
विजेता टीमों और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को मेडल और मोमेंटो से सम्मानित किया गया। सभी प्रतिभागियों को प्रमाण–पत्र भी प्रदान किए गए। समापन के दौरान अतिथियों ने किलकारी बिहार बाल भवन की पहल की सराहना करते हुए कहा कि संस्था लगातार बच्चों को नए अवसर और मंच उपलब्ध करा रही है, जिससे बच्चों में प्रतिभा निखर रही है।
खेल पर्व बना यह आयोजन
कबड्डी की गूंज, बच्चों का जोश, प्रशिक्षकों का समर्पण और अभिभावकों का उत्साह—इन सबने मिलकर इस कार्यक्रम को एक यादगार खेल पर्व में बदल दिया। किलकारी बिहार बाल भवन ने एक बार फिर साबित किया कि—
“जब बच्चों को सही मंच मिलता है, उनकी उड़ान आसमान को भी छू लेती है।”