आर्यावर्त वाणी | गयाजी | 24 अक्टूबर 2025,
गयाजी, बिहार विधान सभा आम निर्वाचन 2025 के मद्देनज़र जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी गयाजी के निर्देशानुसार आज पूरे जिले में स्वीप (Systematic Voters’ Education and Electoral Participation) कार्यक्रम के तहत व्यापक मतदाता जागरूकता अभियान चलाया गया। इस अभियान का उद्देश्य आगामी 11 नवंबर को होने वाले मतदान में मतदाताओं को निष्पक्ष, निर्भीक और जागरूक बनाना था।
इस विशेष अभियान में जीविका की महिला दीदियों ने मुख्य भूमिका निभाई। जिले के सभी 10 विधानसभा क्षेत्रों — बेलागंज, बोधगया, गुरुआ, शेरघाटी, इमामगंज, टेकारी, बाराचट्टी, वजीरगंज, गया टाउन और अतरी में रैलियों, शपथ ग्रहण समारोह, उन्मुखीकरण सत्रों, रंगोली और मेंहदी प्रतियोगिताओं के माध्यम से मतदाता जागरूकता का संदेश दिया गया।
जिलेभर के 74 जीविका महिला संकुल संघों के माध्यम से 16 हजार से अधिक जीविका दीदियों ने इन कार्यक्रमों में भाग लिया। ग्राम संगठनों ने भी इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभाई, जिससे जागरूकता की पहुँच गाँव-गाँव तक पहुँची।
अभियान के दौरान सभी जीविका दीदियों को निष्पक्ष एवं निर्भीक मतदान की शपथ दिलाई गई और रैलियों के माध्यम से आमजन को मतदान के महत्व से अवगत कराया गया।
बेलागंज प्रखंड स्थित शिक्षण एवं प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में विधानसभा पर्यवेक्षक, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (आईसीडीएस), जिला परियोजना प्रबंधक (जीविका), एसडी मैनेजर, सीडीपीओ, बीपीएम सहित जीविका स्टाफ और सैकड़ों दीदियाँ मौजूद रहीं। वहीं, शेरघाटी अनुमंडल के चिताबकला में आयोजित कार्यक्रम में अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, महिला एवं बाल विकास पदाधिकारी, प्रशिक्षण प्रबंधक और अन्य अधिकारी शामिल हुए।
बेलागंज में विधानसभा पर्यवेक्षक ने जीविका दीदियों से स्वयं मतदान करने और दूसरों को भी मतदान के लिए प्रेरित करने की अपील की। शेरघाटी में अनुमंडल पदाधिकारी ने महिलाओं को लोकतंत्र के इस पर्व में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
महिला एवं बाल विकास पदाधिकारी ने बताया कि जिनका नाम वोटर लिस्ट में है, वे वोटर कार्ड के अलावा किसी भी मान्य फोटो पहचान पत्र के माध्यम से मतदान कर सकते हैं। उन्होंने कहा — “आधी आबादी ही पचास प्रतिशत मतदान कर सकती है, इसलिए हर महिला को अपना वोट जरूर देना चाहिए।”
अभियान के दौरान जिलेभर में प्रशासनिक अधिकारियों, जीविका कर्मियों और स्थानीय संगठनों की सक्रिय भागीदारी रही, जिससे यह मतदाता जागरूकता कार्यक्रम एक जन आंदोलन का रूप लेता दिखा।