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आर्यावर्त वाणी |गयाजी | 18 नवम्बर 2025,

गयाजी; अंग्रेजी शासनकाल में निर्मित गयाजी का ऐतिहासिक क्लॉक टॉवर एक बार फिर अपने पुराने गौरव के साथ शहर की पहचान बनकर खड़ा है। वर्षों से जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पड़े इस पौराणिक धरोहर को नया जीवन मिला है और मंगलवार को नगर आयुक्त कुमार अनुराग ने स्वयं पहुंचकर इसके जीर्णोद्धार कार्य का निरीक्षण किया।

नगर आयुक्त ने बताया कि क्लॉक टॉवर सिर्फ एक ऐतिहासिक संरचना नहीं, बल्कि गयाजी की संस्कृति, विरासत और नगर निगम की पहचान है। पिछले तीन माह के भीतर निगम की ओर से इसके जीर्णोद्धार का कार्य पूरा किया गया है। खास बात यह है कि मरम्मत के दौरान टॉवर की मूल संरचना और ऐतिहासिक स्वरूप से कोई छेड़छाड़ नहीं की गई। ब्रिक-कट डिज़ाइन के तहत हर ईंट को सावधानीपूर्वक तराशकर दोबारा लगाया गया, ताकि इसकी प्राचीन खूबसूरती बरकरार रहे।

अब डिजिटल साउंड सिस्टम के माध्यम से हर घंटे घड़ी की घंटी की गूंज शहरवासियों को समय का संकेत देती है—ठीक वैसे ही, जैसे पुराने दिनों में लोग क्लॉक टॉवर की आवाज़ से समय का अंदाज़ लगा लेते थे। इसके अलावा, टॉवर पर कुल 84 आकर्षक लाइटें लगाई गई हैं। नगर निगम स्थापना सप्ताह को ध्यान में रखते हुए फिलहाल इसे तिरंगे रंग की रोशनी से सजाया गया है, जो रात के समय शहर की सुंदरता बढ़ा रही है।

सार्वजनिक धरोहरों की सुरक्षा को लेकर चिंता

निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त ने शहरवासियों से सहयोग की अपील की। उन्होंने बताया कि हाल के वर्षों में सार्वजनिक स्थलों पर लगाई गई लाइटें और केबल कई बार असामाजिक तत्वों द्वारा तोड़ी या चोरी कर ली गईं। जयप्रकाश झरना में लगी लाइटें दो-तीन बार बदलनी पड़ीं, जबकि पितृपक्ष के समय मानपुर बाईपास ब्रिज पर लगाई गई तिरंगा लाइट की केबल भी काट दी गई थी। इससे परियोजनाओं की लागत बढ़ती है और शहर की छवि पर भी असर पड़ता है।

नगर आयुक्त ने कहा कि हर घटना पर FIR और कानूनी कार्रवाई करना स्थायी समाधान नहीं है। स्थानीय लोगों को जागरूक होना होगा और अपने आस-पास ऐसे कृत्यों को रोकना होगा।

“यदि शहरवासी सहयोग दें और जिम्मेदारी समझें, तो हमारी ऐतिहासिक धरोहरें भी सुरक्षित रहेंगी और विकास कार्यों का लाभ भी सभी तक पहुंच पाएगा।”

कुमार अनुराग, नगर आयुक्त, गयाजी


शहर में तेजी से चल रहे कई अन्य विकास कार्य

क्लॉक टॉवर के जीर्णोद्धार के साथ ही निगम कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम कर रहा है।

जयप्रकाश झरना का पूर्णरूपेण कायाकल्प किया गया है, जो अब सेल्फी प्वाइंट के रूप में युवाओं के बीच लोकप्रिय हो रहा है। यहां स्थित लोकनायक जयप्रकाश नारायण की आदमकद प्रतिमा, गयाजी में उनके नेतृत्व वाले ऐतिहासिक छात्र आंदोलन की याद दिलाती है।

पास में स्थित ऐतिहासिक गांधी मैदान, जहां से जेपी ने छात्रों को संबोधित किया था, भी शहर की धरोहरों में शुमार है।

इसके अतिरिक्त वेंडिंग ज़ोन, पार्किंग स्थल, और अर्बन गयाजी उद्यान जैसे प्रोजेक्ट्स पर काम जारी है, जो अगले कुछ महीनों में शहरवासियों को नए स्वरूप में दिखाई देंगे।

ऐतिहासिक क्लॉक टॉवर की नई चमक और इसकी घंटियों की गूंज न सिर्फ शहर की विरासत को फिर से जीवंत कर रही है, बल्कि गया जी को आधुनिक और सुंदर बनाने की दिशा में नगर निगम की प्रतिबद्धता भी दर्शा रही है।

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