आर्यावर्त वाणी|गयाजी | 1 सितंबर 2025,
गयाजी समाहरणालय सभागार में जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने प्रेस वार्ता कर आगामी पितृपक्ष मेला 2025 की तैयारियों की विस्तृत जानकारी मीडिया के लोगों के साथ साझा की। विदित हो 6 सितंबर से 21 सितंबर तक चलने वाले इस मेले में लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से आकर पितरों के मोक्ष हेतु पिंडदान करेंगे।
जिलाधिकारी ने बताया कि मेला क्षेत्र को 4 जोन और 54 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देते हुए नगर निगम द्वारा 30 हजार अतिरिक्त सफाईकर्मी लगाए जाएंगे। पिंडदान सामग्री व कपड़ों को बायो-कंपोजिटिव प्लांट के जरिए कंपोस्ट में बदला जाएगा।
स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए इस वर्ष 70 शिविर, 125 चिकित्सक, 178 पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है। साथ ही मगध मेडिकल कॉलेज में 100, प्रभावती अस्पताल में 10, जयप्रकाश नारायण अस्पताल एवं एम्स में 5-5 तथा शुभकामना अस्पताल में 5 बेड आरक्षित रखे गए हैं। 12 एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस भी तैनात रहेंगी।
सुरक्षा और सहूलियत :
∆ प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए व्यापक इंतज़ाम किए हैं।
∆पूरे मेला क्षेत्र में 49 हाई मास्ट, 34 मिनी हाई मास्ट और 3500 स्ट्रीट लाइट लगाई गई हैं, साथ ही 7500 तिरंगा लाइट से सजावट होगी।
∆पेयजल आपूर्ति के लिए 299 चापाकल, 43 पियाऊ, 620 नलों की मरम्मत, 4 वाटर एटीएम और वॉटर टैंक उपलब्ध कराए गए हैं।
∆श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 794 अस्थायी शौचालय, 240 फेरी ग्रेड शौचालय और 131 स्नानागारों की मरम्मत की गई है।
∆विद्युत व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए नए ट्रांसफॉर्मर लगाए गए हैं और 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की गई है।
∆ठहरने की व्यवस्था हर सरकारी स्कूल में की गई है, वहीं गांधी मैदान में वाटरप्रूफ टेंट हाउस तैयार किया गया है।
∆भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के लिए प्रमुख स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जो 24 घंटे निगरानी करेंगे।
जिलाधिकारी ने भरोसा दिलाया कि इस बार का पितृपक्ष मेला श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह सुव्यवस्थित और सुरक्षित रहेगा तथा किसी भी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।