आर्यावर्त वाणी | पटना | 1 दिसंबर 2025,
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बाद पहला शीतकालीन सत्र 1 दिसंबर यानी आज से शुरू हो रहा है। सत्र से एक दिन पहले विधानसभा भवन को विशेष रूप से फूलों से सजाया गया है। चुनाव के बाद पहली बार नवनिर्वाचित विधायक और मंत्री विधानसभा पहुंचेंगे जहां सभी नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ ग्रहण भी कराया जाएगा।
सुरक्षा व्यवस्था हुई और अधिक सख्त
सत्र को देखते हुए पटना में सुरक्षा व्यवस्था को काफी सख्त कर दिया गया है। विधानसभा परिसर में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। सभी वाहनों की डॉग स्क्वायड और आधुनिक मशीनों से तलाशी ली जा रही है। परिसर के बाहर बैरिकेडिंग कर कड़ी चेकिंग की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए विधानसभा के आसपास 800 जवानों की तैनाती की गई है।
धारा 163 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश लागू
पटना सदर के अनुमंडल दंडाधिकारी (एसडीओ) गौरव कुमार ने विधानसभा भवन, सचिवालय थाना क्षेत्र और आसपास की सड़कों पर धारा 163 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया है, जो 1 से 5 दिसंबर तक प्रभावी रहेगा। इस आदेश के तहत विधानसभा क्षेत्र में धरना-प्रदर्शन, जुलूस, नारेबाजी, हथियार लेकर चलना और पाँच या उससे अधिक लोगों का समूह बनाकर इकट्ठा होना पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा।
प्रदर्शन के लिए केवल गर्दनीबाग निर्धारित
एसडीओ द्वारा स्पष्ट किया गया है कि किसी भी प्रकार के धरना-प्रदर्शन के लिए केवल गर्दनीबाग धरनास्थल अधिकृत होगा। यह कदम सत्र के दौरान संभावित राजनीतिक गतिविधियों और प्रदर्शन की आशंकाओं को देखते हुए उठाया गया है। यह प्रतिबंध सरकारी अधिकारी-कर्मचारी, सुरक्षा बल, विधायक-विधान पार्षद, सांसद और अधिकृत सरकारी कार्य से आने-जाने वालों पर लागू नहीं होगा।
एसएसपी ने दी सुरक्षा योजना की जानकारी
पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था तीन प्रमुख बिंदुओं पर केंद्रित है—यातायात प्रबंधन, विधानसभा परिसर की सुरक्षा, और वीआईपी मूवमेंट। विधानसभा और विधान परिषद की सुरक्षा टीमों के साथ संयुक्त योजना तैयार की गई है। महत्वपूर्ण स्थानों पर विशेष बल की तैनाती की गई है और आवश्यकता पड़ने पर ट्रैफिक डायवर्जन भी लागू किया जाएगा।