आर्यावर्त वाणी | गयाजी/अतरी |18 नवंबर 2025,
गयाजी: अतरी विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक अजय यादव उर्फ रंजीत यादव और उनके सहयोगी दीपक कुमार यादव ने मंगलवार को एससी-एसटी एक्ट के मामले में सिविल कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण के बाद एससी-एसटी विशेष न्यायाधीश मुंशी लाल गौतम ने दोनों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
यह मामला 9 नवंबर का है, जब विधानसभा चुनाव प्रचार अपने चरम पर था। इसी दौरान हम पार्टी के दो कार्यकर्ता श्रवण मांझी और धीरज कुमार ने आरोप लगाया था कि चुनावी रंजिश में पूर्व विधायक अपने समर्थकों के साथ पहुंचे और लाठी-डंडे से हमला कर दिया। पीड़ितों के बयान पर पुलिस ने तुरंत प्राथमिकी दर्ज की थी, जिसमें एससी-एसटी एक्ट की धाराएँ भी शामिल की गई थीं।
नीमचक बथानी थानाध्यक्ष देवेंद्र पांडेय ने बताया कि घटना के बाद से ही 10 नवंबर से गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही थी। पूर्व विधायक के संभावित ठिकानों पर कई बार दबिश भी दी गई, लेकिन वह फरार रहे। बढ़ते दबाव और गिरफ्तारी की आशंका के बीच उन्होंने मंगलवार को सिविल कोर्ट में आत्मसमर्पण का रास्ता चुना।
पुलिस ने बताया कि मामले में शामिल अन्य आरोपितों की भी पहचान कर ली गई है और जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई जारी रहेगी।
उधर, नीमचक बथानी डीएसपी सुरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि पूर्व विधायक अजय यादव पर कई मामले पहले से दर्ज हैं। मारपीट और एससी-एसटी एक्ट से जुड़े इस प्रकरण में उनके आत्मसमर्पण के बाद अब कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
अजय यादव उर्फ रंजीत यादव अतरी विधानसभा के पूर्व विधायक रह चुके हैं और स्थानीय राजनीति में उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती रही है।