आर्यावर्त वाणी | दरभंगा | 01 नवम्बर 2025,
दरभंगा, लोकतंत्र के पावन पर्व यानी विधानसभा चुनाव के बीच एक बार फिर चुनावी हिंसा ने लोकतांत्रिक मर्यादाओं को शर्मसार कर दिया है। दरभंगा में आयोजित एक लाइव टीवी डिबेट के दौरान भाजपा विधायक संजय सरावगी के समर्थकों ने खुलेआम दूसरे राजनीतिक दल के कार्यकर्ता पर हमला कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बहस के दौरान जब विपक्षी दल के कार्यकर्ता ने विधायक से तीखे सवाल पूछे, तभी उनके समर्थक उग्र हो उठे और कैमरे के सामने ही मारपीट शुरू कर दी। हैरानी की बात यह रही कि विधायक स्वयं मंच पर मौजूद थे, लेकिन उन्होंने हिंसा रोकने के बजाय मौन दर्शक बने रहना चुना।
इस घटना ने स्थानीय राजनीतिक माहौल में हलचल मचा दी है। सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, लोग इसे “लोकतंत्र पर कलंक” बता रहे हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं लोकतंत्र की जड़ें कमजोर करती हैं और राजनीतिक शुचिता पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। वहीं विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग से संजय सरावगी और उनके समर्थकों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।
बिहार में इस समय जब हर विधानसभा क्षेत्र में चुनावी प्रक्रिया चल रही है, ऐसे में यह घटना चुनाव आयोग के लिए भी गंभीर चुनौती बनकर सामने आई है। लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत संवाद और सहिष्णुता है। लेकिन जब वोट और वर्चस्व की राजनीति हिंसा में बदल जाए, तो यह लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है। दरभंगा की यह घटना सत्ता के घमंड और जवाबदेही की कमी का जीवंत उदाहरण है।