Spread the love

आर्यावर्त वाणी | पटना | 05 अक्टूबर 2025,

पटना, आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में इस बार मतदाताओं को एक नया और आधुनिक अनुभव मिलने जा रहा है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने रविवार को बताया कि बिहार इस बार चुनाव सुधारों के मामले में पूरे देश के लिए मॉडल स्टेट बनेगा।

चुनाव आयोग ने सुरक्षा, पारदर्शिता और तकनीकी दक्षता को ध्यान में रखते हुए कई नए प्रयोगों को लागू करने की घोषणा की है — जिनमें 100% वेबकास्टिंग, रंगीन फोटो वाली EVM मशीनें, स्मार्ट BLO आईडी कार्ड और आधुनिक प्रशिक्षण केंद्र प्रमुख हैं।


🔹 1. हर बूथ से 100% वेबकास्टिंग — निगरानी और पारदर्शिता दोनों बढ़ेगी

मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इस बार बिहार के सभी मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की जा रही है।
मतदान के दौरान हर केंद्र की गतिविधि सीधा जिला और राज्य स्तर के कंट्रोल रूम में देखी जा सकेगी।

“अब कोई भी बूथ ‘अनमॉनिटर्ड’ नहीं रहेगा। अगर किसी केंद्र पर गड़बड़ी की आशंका होती है, तो तुरंत कार्रवाई संभव होगी।”
ज्ञानेश कुमार, मुख्य चुनाव आयुक्त

वेबकास्टिंग के लिए स्थानीय प्रशासन को उच्च गति इंटरनेट कनेक्टिविटी और कैमरा सेटअप उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।


🔹 2. EVM पर पहली बार रंगीन फोटो — मतदाताओं के लिए आसान पहचान

इस बार EVM मशीनों पर उम्मीदवारों की रंगीन तस्वीरें लगाई जाएँगी।
अब तक केवल नाम और चुनाव चिन्ह ही दिखाई देते थे, लेकिन अब तस्वीरें भी होने से ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाताओं को पहचानने में आसानी होगी।

यह सुविधा खासकर उन मतदाताओं के लिए उपयोगी होगी जो पढ़े-लिखे नहीं हैं या जिनकी साक्षरता दर कम है।

“रंगीन फोटो से गलत पहचान या भ्रम की संभावना पूरी तरह खत्म होगी,” CEC ने कहा।


🔹 3. BLO को मिले स्मार्ट आईडी कार्ड — मतदाताओं से विश्वासपूर्ण संपर्क

चुनाव आयोग ने बूथ स्तर अधिकारियों (BLOs) को पहली बार स्मार्ट आईडी कार्ड जारी किए हैं।
इन कार्डों में उनका फोटो, क्यूआर कोड और पहचान सत्यापन की डिजिटल सुविधा होगी।

जब BLO मतदाताओं से घर-घर संपर्क करेंगे, तो मतदाता उनके कार्ड को स्कैन करके उनकी पहचान सत्यापित कर सकेंगे।

“इससे फर्जी व्यक्तियों द्वारा गलत जानकारी देने की संभावना खत्म हो जाएगी,” आयोग ने कहा।


🔹 4. डिजिटल प्रशिक्षण केंद्र — NTC और RPTC को किया गया अपग्रेड

NTC (National Training Centre) और RPTC (Regional Poll Training Centre) को अब पूरी तरह डिजिटल प्रशिक्षण केंद्रों में बदल दिया गया है।
यहाँ चुनाव ड्यूटी करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को सिमुलेशन आधारित ट्रेनिंग दी जाएगी।

प्रशिक्षण में शामिल विषय होंगे —

  • EVM और VVPAT की तकनीकी समझ
  • संवेदनशील केंद्रों की निगरानी प्रक्रिया
  • मतदाता सहायता केंद्र की कार्यप्रणाली
  • आचार संहिता के पालन से जुड़े प्रावधान

इस बार सभी कर्मियों को ऑनलाइन मॉड्यूल के ज़रिए सर्टिफिकेशन देना अनिवार्य किया गया है।


🔹 5. सुगम मतदान केंद्र — दिव्यांग व वरिष्ठ नागरिकों पर विशेष ध्यान

चुनाव आयोग ने निर्देश दिया है कि सभी मतदान केंद्रों पर व्हीलचेयर, रैम्प, ड्रिंकिंग वॉटर, शौचालय, और सहायक कर्मियों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

इसके अलावा हर मतदान केंद्र पर एक “सहायता काउंटर (Help Desk)” होगा, जहाँ मतदाता अपनी वोटिंग डिटेल्स, बूथ लोकेशन और कतार की स्थिति की जानकारी ले सकेंगे।


CEC बोले — “बिहार का यह चुनाव बनेगा देश का मानक”

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा —

“हम बिहार को एक Election Excellence Model के रूप में प्रस्तुत करना चाहते हैं।
यहाँ के सुधार और प्रयोग आगे चलकर अन्य राज्यों में भी अपनाए जाएंगे।”

उन्होंने यह भी बताया कि आयोग NTC-RPTC नेटवर्क को अन्य राज्यों में भी लागू करने की तैयारी कर रहा है।


🔹 6. मतदाता जागरूकता अभियान भी होगा डिजिटल

इस बार चुनाव आयोग ने “मेरा वोट – मेरा गौरव” थीम पर डिजिटल जागरूकता अभियान चलाने की घोषणा की है।
फेसबुक, इंस्टाग्राम, X (Twitter) और यूट्यूब पर छोटे वीडियो और ग्राफिक्स के माध्यम से लोगों को मतदान के लिए प्रेरित किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page