आर्यावर्त वाणी | गयाजी | 02 दिसंबर 2025,
गयाजी; अतरी प्रखंड के सीढ़ पंचायत के 70 वर्षीय महादलित विशेशर चौधरी पिछले एक साल से वृद्धापेंशन के लिए कार्यालय के चक्कर काटते-काटते थक चुके हैं। ग्रामसभा, महादलित विशेष शिविर, पंचायत और प्रखंड कार्यालय, हर जगह दस्तावेज देने के बावजूद उनकी पेंशन अब तक स्वीकृत नहीं हुई।
विशेशर चौधरी ने बताया कि उन्होंने 27 जनवरी 2025 को ग्रामसभा शिविर में और 19 अप्रैल को टेउसा में आयोजित महादलित विशेष विकास शिविर में सभी जरूरी कागजात जमा कर दिए थे। इसके बाद भी प्रखंड कार्यालय द्वारा कहा गया कि “फॉर्म जमा ही नहीं है” और फिर बाहर से ऑनलाइन कराने को कहा गया। और जब बाहर से ऑनलाइन आवेदन किया गया तो फॉर्म को रिजेक्ट कर दिया गया। इस बाबत जब बीडीओ से शिकायत की गई तो बीडीओ ने डाटा ऑपरेटर को निर्देश दिया कि इनसे जरूरी कागज़ात लेकर इनका पेंशन चालू कर दे। पर ऑपरेटर द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई।
अनुमंडल पदाधिकारी को दिया आवेदन
थक हार कर विशेशर चौधरी मंगलवार को नीमचक बथानी अनुमंडल कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी को आवेदन दिया और न्याय की गुहार लगाई।
शिकायतकर्ता ने ऑपरेटर पर लगाए गंभीर आरोप
वही शिकायतकर्ता विशेशर चौधरी ने डाटा ऑपरेटर कन्हैया कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब वे पेंशन के लिए आवश्यक कागज लेकर डाटा ऑपरेटर के पास गए तो ऑपरेटर ने पेंशन बनाने से इनकार करते हुए तिरस्कारपूर्ण ढंग से कहा— “बहुत एडवांस बन रहा है… देखते हैं किससे पेंशन बनवाता है। यहां फ्री में काम नहीं होता।”
70 वर्षीय लाठी टेकने वाले महादलित बुजुर्ग के साथ प्रशासनिक उपेक्षा और अपमान का यह मामला सिस्टम की गंभीर नाकामी को उजागर करता है। अब उनकी अंतिम उम्मीद एसडीओ से है, जिनसे वे न्याय की गुहार लेकर पहुंचे हैं।